Huawei ban us, huawei ban by Google, Huawei ban timeline Explain in Hindi

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दोस्तो अगर देखा जाए तो भारत मे या भारत के बाहर हमे Huawei के काफी सारे स्मार्टफोन या स्मार्ट डिवाइसेस देखने मिल जाते है ओर इंडिया की बात करे तो Huawei अपने स्मार्टफोन या लैपटॉप को इंडिया मे Honer के नाम से बेचता है और चीन मे अपने खुद के Huawei के नामसे बेचता है क्युकि Huawei एक chines base company है.

 

ओर चीन के अंदर सबसे ज्यादा Huawei के ही स्मार्टफोन बिकते है .Huawei दुनिया की Samsung के बाद की दूसरी सबसे बडी Smartphone Manufacturer Company है और इसके बाद एप्पल का नाम आता है Huawei Smartphone बनाने से जादा अपना main focus Telecommunications equipment बनाने पे देती है और कहा जाए तो Huawei सबसे जादा revenue इससे ही कमाती है।

 

Huawei ban by us in Hindi
आपको तो पता ही है Huawei अपने जादा तर devices मे खुद के बनाये हुए proseccor का इस्तेमाल करती है जिसे Kirin नाम से जाना जाता है मगर उनमे यूज़ होने वाली सिस्टम दूसरे कंपनियो से लेना पडता है जैसे कि स्मार्टफोन के लिए Android या फर Computer या laptops के लिए Windows और इनके professor काफी हद तक Intel , Snapdragon, Apple bionic chips को टक्कर देते है।

 

Huawei ban explained /आखिर अमेरिका को हुआवेई पर बैन कयू लगाना पडा

 

दोस्तो पिछले कुछ सालो से USA और China के बीच चलने वाली Tread War ने काफी जोरो शोरो का रुख पकडा था.ओर इसकी वॉर की शुरवात होती है जब Central intelligence Agency मतलब CIA ने USA के जरिये जब Huawei पर बैन लगाया था(Huawei ban us) पर आखिर USA और बडे देशो ने आखिर Huawei पर क्यू बैन लगाया ये सोचने वाली बात होजाती है .देखा जाए तो Huawei शुरुआती दौर से आपने Security issues के लिए काफी बदनाम रहा और कही सालो से Huawei और USA के बीच काफी अनबन रही.ओर इसी अनबन ने Tread war का रूप लेलिया।

huawei ban by Google
बात 2018 की जब Huawei की CFO (Chief Financial Officer) मांग वनजुआ(Mang Wanzou) इन्हें Canada मे USA के कहने पर गिरफ्तार करलिया गया .Mang wanzou जो Huawei की CFO ही नही बल्कि Huawei के Founder Ren Zhengfei की बेटी बी है और चीन के Top Officer में इनका नाम आता है।

 

इस इवेंट के कुछ ही दिनों बाद USA ने Huawei पर पूरी तरीकेसे से बैन लगा दिया गया था. दरसल USA और बाकी बड़े देशो का ये मानना था कि Huawei एक ऐसी कंपनी है जिसे बनाने वाला एक चाइनीस मिल्ट्री officer था और Huawei को पूरी तरीकेसे चीन सरकार Support भी करती है और Huawei के जरिये आगे चलके बाकी देशों को चीन Spy भी कर सकता है।

 

Huawei ये एक telecommunication Equipment बनाने वाली कंपनी है (5G बैंड, डिश,Fibber connection etc.,) ओर इसी तरह बड़े पैमाने में स्मार्टफोन लैपटॉप ओर Smart Devices बनाकर पूरी दुनिया मे बेचती है ओर इसी के ज़रिए वो लोगो का डेटा चुरा कर इसका गलत फायदा भी उठा सकती है।
इसी वजह से CIA ने काफी सारी Policy Issue Report Publish करके USA Government को बैन करने के लिए कहा था यही नही इस तरह USA मे स्तिथ सारी कंपनयो को Huawei से business ना करने की सलाह दी.इसी वहज से आखिरकार USA ने Huawei को 90 days के वॉर्निंग पे बैन किया था .मतलब की USA ने Executive Actions के जरिये Huawei को अपने ‘Entity List’ यने की Black list में डाल दिया था।

 

इस List मे वो कंपनियां होती है जो कि USA के security को threat Post करती है USA ही नही बल्कि उस वक़्त जापान,ऑस्ट्रेलिया ऐसे कही सारे बड़े देशो के कंपनियो ने Huawei के साथ काम करने से मना कर दिया था और इसीके के वजह से Huawei smartphone पर चलने वाले Google के Android Operating system पर बहोत सारे पाबंद USA सरकार ने लगाए थे.ओर Huawei को यह सूचना दी थी कि अगर 90 दिन मे Policy issue को लेके clarification नही मिला तो Lifetime भी बैन लग सकता है।

 

मगर Huawei की किस्मत अच्छी थी कि कुछ ही दिनों बाद कुछ term and Condition का ध्यान रखते हुवे Huawei पेसे बैन उठा दिया गया मगर इस वजह से Huawei को बहोत नुकसान भुगतना पड़ा ओर आज के घडी में Google की बाद करे तो हमे Huawei के स्मार्टफोन हमे Google के Android पे Run करते हुए मिलते है मगर Google की जो Services (play store,Youtub,Google photo etc.) जो हमे बाकी कंपनियो के Devices मे मिलती है वो हमे Huawei के स्मार्टफोन मे नही देखने मिलती ओर क्या पता शायद Future मे Google या बाकी सारी USA कंपनियां Huawei को completely बैन करदे।

 

harmony os vs google android/ हार्मोनी ओएस Vs गूगल एंड्रॉइड

 

 जब Huawei पे बैन लगा था उसे तब सबसे जादा सदमा Huawei को google से लगा था क्योंकि Huawei के सारे स्मार्टफोन ये Android पर ही रन करते है और आज के दौर मे दुनिया मे सबसे ज्यादा लोग Android स्मार्टफोन काही इस्तेमाल करते है।

 

इसलिए आगे चलके भविष्य मे अगर Google यल या बाकी USA कंपनिय बैन कर सकती है ओर इन सब बातो को ध्यान मे रखते हुवे Huawei ने अपने इवेंट मे अपने खुद के Operating System का Announcement किया.और Huawei ने इस Operating System नाम Harmony OS रखा है ऐसा भी कहा जा रहा है Huawei इस OS को चीन के अंदर Hongmen OS और Globally इसका नाम Harmony OS रखा जायेगा.
Huawei New Oprating System Harmony Os

मगर क्या ये OS Google के Android को Replace कर सकता है ? क्योकी अगर हम Huawei के Official Wording की माने तो Harmony OS एक Distributed OS होंगा यने की Harmony OS हमे स्मार्टफोन मे ही नही बल्कि बाकी छोटे छोटे और अलग अलग devices में भी RUN होता हुआ दिखेगा खबरों की माने तो येभी कहा जारहा है कि Harmony OS हमे Android के मुकाबले ज्यादा fast भी देखने मिलेंगा इस OS की खास बात याने ये OS एक Microkernel base होंगा यानी इस OS को अलग अलग devices पे चलाया जा सकता है।

 

 पिछले ही साल Announcement के कुछ देर बाद ही अपने पहले Harmony OS पे चलने वाले Smart TV को Showcase किया था और उस TV मे हमे Harmony OS का पहल Version देखने मिला था .दोस्तो अगर देखा जाए तो Harmony OS Android के मुकलबले जादा fast जादा Flexible ओर अच्छा Seamless Experience देखने मिलेंगा क्युकि Google का Android शुरवात से ही स्मार्टफोन के लिए बना गयाथा ना कि बाकी Devices के लिएऔर आज के वक़्त Android सिर्फ स्मार्टफोन और थोड़ा बहोत TV, Watches तक ही सीमित है।

 

और इसी का ध्यान रखते हुवे Google अपने नए Fuchsia OS पर भी काम कर रही है.मगर Huawei ये एक Microkernel Base होने के कारण शुरवात मे इसे स्मार्टफोन मे न उपयोग करके बाकी Devices के लिए बना रही है और इसका मतलब ये की Harmony OS फिलहाल तोभी Android को टक्कर नही देरहि और आगे भी हमे Huawei के स्मार्टफोन में Android ही देखने मिलेंगा. अगर Securities की बात करे तो Huawei का ये कहना है कि Harmony OS के बाकी OS के मुकाबले ज्यादा सुरक्षित होंगा और आज के समय कोई Cyber Attack इस OS पे करना मुमकिन नही होगा।

Huawei Upcoming Smart Tv Running On Harmony Os hindi

इसी के साथ Huawei ने अपने “ARK Complier” को भी showcase किया था जो कि Huawei के Harmony OS के Applications (harmony os apps) को Develop करने मे Use किया जायेगा .मतलब की अगर जो Developer Harmony OS के लिए Apps को Compile करता है तो Comparatively Android के मुकाबले ज्यादा Fast .और अलग अलग तरह के Devices मे Ecosystem बहोत Simple our Unified होंगा।

 

 सबसे Interesting बात ये की जिस तरह Google Android OS Open source है यानी कोई भी Developer Android के लिए App को Developकर सकता है वैसे ही Huawei ने भी अपने Harmony OS को Open Source रखा है.और Future मे Google को Huawei के तरफ से काफी ज्यादा Tough Compaction मिल सकता है क्योंकि जैसे Huawei पे बैन लगा है वैसे चीन के बाकी स्मार्टफोन कंपनियो पर भी बैन लग सकता है तो आगे चलके क्या पता OPPO, VIVO, XIAOMI कंपनिया Harmony OS के साथ चली जाए।

 

दुनिया भर मे Google की Android OS सबसे जादा चीनी कंपनियो के जरिये ही बिकती है और इसका बहोत बडा effect Google पर पड़ सकता है .और स्मार्टफोन ही नही बल्कि Laptop और Computers मे भी Harmony OS देखने मिलेंगी।

 

इसका Impact Google कोही नही बल्कि एप्पल को भी पड़ सकता है क्योंकि जिस तरह से Apple अपने समार्टफोन में OS के साथ Hardware (Apple Bionic chip)भी खुद का ही लगती है उसी तरह Huawei भी अपने स्मार्टफोन मे खुद के ही Kirin proseccor का इस्तेमाल करती है तो क्या पता Harmony OS पर चलने वाले Application Hardware से अच्छी तरीकेसे Compatible हो और हमे apple के IOS या उससे बेहतर Experience देखने मिले।

 

huawei hms vs google gms

Huawei HMS VS Google GMS

दोस्तो हमे अपने स्मार्टफोन मे Google की Services देखने मिलती है जैसेकि Google maps, YouTube Gmail, Google play store जिसे GMS (Google Mobile Services) कहा जाता है मगर Huawei पे बैन लगने के बाद GMS हमे Huawei के समार्टफोन मे नही देखने मिलती तो इसी बातें का ध्यान रखते हुए Huawei ने अपने Huawei mobile Services (HMS) को देना शुरू किया है।

 

इस HMS मे हमे Google Apps की तरह काफी सारी Apps देखने मिलजाति है जैसे कि Google play store की बजाए Huawei play store जो कि Google play store और Apple Store के बाद दुनिया का तीसरा बडा apps store है वैसे ही Huawei Gallery ,Huawei Map, Huawei Cloud, Huawei Browser जो कि Google Apps जितने बेहतर तो नही मगर उनकी कमी भी महसुस नही होने देते।

 

तो इसी तरह से आगे देखते है Huawei Google को Replace कर पाता है या नही और भारत पर इस इसका किस तरह Impact पड़ता है।

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